युग सहस्त्र जोजन पर भानु का अर्थ क्या है? हनुमान चालीसा में सूर्य की दूरी और वैज्ञानिक तथ्यों का रहस्य
भावार्थ – भगवान् श्री रामचन्द्र जी के द्वार के रखवाले (द्वारपाल) आप ही हैं। आपकी आज्ञा के बिना उनके दरबार में किसी का प्रवेश नहीं हो सकता (अर्थात् भगवान् राम की कृपा और भक्ति प्राप्त करने के लिये आपकी कृपा बहुत आवश्यक है) ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥ दुर्गम काज जगत के जेते ।
आपका अनुग्रह न होने पर सुगम कार्य भी दुर्गम प्रतीत होता है, परंतु सरल साधन से जीव पर श्री हनुमान जी की कृपा शीघ्र हो जाती है।
— Mahatma Gandhi Picture the most powerful guy on this planet hurrying via palace corridors, arms laden with publications. This was no imagined scene, but instead a true moment through the lifetime of Roman Emperor
सुमिर चित्रगुप्त ईश को, सतत नवाऊ शीश। ब्रह्मा विष्णु महेश सह, रिनिहा भए जगदीश॥
भावार्थ – हे महावीर! आप वज्र के समान अंगवाले और अनन्त पराक्रमी हैं। आप कुमति (दुर्बुद्धि) का निवारण करने वाले हैं तथा सद्बुद्धि धारण करने वालों के संगी (साथी, सहायक) हैं।
Ravana burns Hanuman's tail. The curse lifted; Hanuman now remembers all of his dynamic divine powers. He is alleged to possess remodeled into the size of mountain and flew throughout the slender channel to Lanka. Upon landing, he discovers a metropolis populated because of the Lanka king Ravana and his demon followers, so he shrinks right down to the size of the ant and sneaks into the town.
“He whoever reads these verses on Hanuman, he can get spiritual attainments, Lord Shiva will be the witness to this assertion.”
સાળંગપુર હનુમાનજી શ્રી કષ્ટભંજનદેવ – દર્શનનો સમય
व्याख्या – भक्त के हृदय में भगवान् रहते ही हैं। इसलिये भक्त को हृदय में विराजमान करने पर प्रभु स्वतः विराजमान हो जाते हैं। श्री हनुमान जी भगवान् राम के परम भक्त हैं। उनसे अन्त में यह प्रार्थना की गयी है कि प्रभु के साथ मेरे हृदय में आप विराजमान हों।
Reciting it helps somebody to channelize their Electricity and provides a total concentrate of brain and human body. Reciting or chanting of the Chalisa is a standard religious apply among countless Hindus all across the globe.
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥३३॥ अन्त काल रघुबर पुर जाई ।
Hanuman's exploits are much celebrated in a number of religious and cultural traditions,[23] significantly in Hinduism, to the extent that hanuman chalisa he's often the object of worship In keeping with some bhakti traditions,[24] and is particularly the key deity in lots of temples generally known as Hanuman Mandirs.